बगदाद, नई दिल्ली,एजेंसी । आईएसआईएस की हिंसा से ग्रस्त इराक के अल अनबार प्रांत में सीरियाई सेना ने हवाई हवाई हमले किए।
रूतबा, अल वालिद और कैम के बाजारों और तेल भंडारों को निशाना बनाया। इन हमलों में 57 लोग मारे गए और 120 से ज्यादा घायल हो गए।
अनबार की प्रांतीय परिषद के प्रमुख सबाह खरखूट ने बताया कि विमान सीरिया की सीमा से आकर हमले कर लौट गए। सीरिया ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
सीरियाई आतंकी संगठन अल नुसरा और आईएसआईएस के हाथ मिलाने के बाद सीरियाई वायुसेना ने ये हमले किए हैं। सीरियाई सेना ने सीरिया के उत्तर में आतंकियों के कब्जे वाले इलाकों पर भी हमले किए।
सभी भारतीयों को वापस आने की सलाह
इधर, गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि इराक में फंसे भारतीयों को सुरक्षित लाने के लिए सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। उनसे पूछा गया था कि क्या सरकार किसी बड़े अभियान की योजना बना रही है।
सरकार ने नजफ, करबला और बसरा में विशेष शिविर लगाए हैं। यहां संपर्क कर भारतीय स्वदेश लौट सकते हैं।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार इराक में करीब 10,000 भारतीय हैं। इनमें से 39 का आतंकियों ने अपहरण कर लिया है। जबकि 46 नसेंü तिकरित में फंसी हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि सरकार नसोंü के संपर्क में हैं। वहीं, 34 भारतीयों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा चुका है। इस बीच, हिंसाग्रस्त इराक से दो भारतीय नसोंü को सुरक्षित करबला पहुंचा दिया गया है। इन्हें जल्द ही स्वदेश लाया जाएगा।
भारतीयों को बचाने के सभी विकल्प खुले : राजनाथ
सरकार ने इराक में फंसे सभी भारतीयों को सलाह दी है कि वे अपने इंतजाम करके भी स्वदेश लौट सकते हैं।
उधर, श्रीनगर में रक्षा राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा है कि इराक से भारत आने वाले तेल पर अभी कोई असर नहीं पड़ा है। यह तेल इराकी शहर बसरा की पाइपलाइन से आता है।