नई दिल्ली हलचल, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए निर्वाचन आयोग से कांग्रेस पार्टी की मान्यता रद्द करने की मांग की। भाजपा ने राहुल के उस बयान के बारे में निर्वाचन आयोग शिकायक की है जिसमें राहुल ने कहा था कि महात्मा गांधी की हत्या के पीछे आरएसएस से जुड़े लोगों का हाथ था। भाजपा ने राहुल पर सांप्रदायिकता बढ़ाने वाला बयान देने का आरोप लगाया है।
भाजपा ने कहा है कि चुनाव आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं सांसद राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई की जाए और आचार संहिता के बार-बार उल्लंघन के लिए राष्ट्रीय पार्टी के रूप में कांग्रेस की मान्यता वापस ले लिया जाए।
बीजेपी उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि राहुल गांधी के भाषण का पूरा स्वर लोगों की भावनाओं को भड़काना और बीजेपी एवं आरएसएस के प्रति घृणा फैलाना था। उन्होंने कहा कि उनके बयान से स्पष्ट था कि वह लोगों के मन में ऐसी गलत एवं आधारहीन बात डालना चाह रहे है कि बीजेपी हिंदुओं एवं मुसलमानों तथा अन्य समुदायों के बीच टकराव एवं वैमनस्य पैदा करती है।
नकवी ने ज्ञापन में कहा, राहुल गांधी का इरादा उनकी (महात्मा गांधी की) मौत के लिए गलत तरीके से आरएसएस को जिम्मेदार ठहराकर लोगों की भावनाएं भड़काना और हिंदुओं, मुसलमानों और अन्य समुदायों के बीच यह भय पैदा करना है कि बीजेपी इनके बीच तनाव पैदा करेगी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का बयान न केवल गलत, अमर्यादित, निंदनीय और आधारहीन है, बल्कि चुनाव आदर्श आचार संहिता एवं स्थापित लोकतांत्रिक मूल्यों का भी उल्लंघन है।
ज्ञापन के अनुसार, अभी तक राहुल गांधी की बातों को वापस नहीं लिया गया है और उनका भड़काऊ बयान लोगों में घृणा फैलाता है, जो आचार संहिता का उल्लंधन है। नकवी ने आरोप लगाया कि पिछले छह महीने में वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं की ओर से आचार संहिता के उल्लंघन का छठा मामला है, जिसमें पांच मामले राहुल गांधी से जुड़े हैं।