नई दिल्ली: भारतीय राजनयिक देवयानी खोब्रागडे से बदसलूकी के बाद भारत में इस मुद्दे पर सड़क से लेकर संसद तक गुस्सा भड़क गया देश भर में इसका ज़ोरदार विरोध देखने को मिल रहा है ,अमेरिकी दूतावास के बाहर भी विरोध प्रदर्शन किया। वहीं संसद में भी जोरदार हंगामा हुआ जिसके कारण संसद को स्थागित करना पड़ा। विरोध स्वरुप भारत स्थित अमेरिकी दूतावास से पुलिस बल और बेरिकेटिंग हटा ली गयी है
बुधवार को संसद के दोनों सदनों- राज्यसभा और लोकसभा – में कई नेताओं ने देवयानी के साथ हुई बदसलूकी के लिए अमेरिका की तीखी आलोचना की। इस मुद्दे पर सरकार का पक्ष रखते हुए विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा, ‘भारत असरदार ढंग से इस मामले में दखल देगा और यह सुनिश्चित करेगा। राजनयिक (देवयानी) की गरिमा और सम्मान बरकरार रहे।’ खुर्शीद ने अमेरिका की आलोचना करते हुए यह ऐलान कर दिया कि वे तब तक संसद नहीं आएंगे। जब तक देवयानी को सकुशल भारत वापस नहीं लाया जाता। खुर्शीद ने भारत में तैनात अमेरिकी राजनयिकों को मिल रही सहूलियतों को कम किए जाने का ब्योरा देते हुए यह कहा कि एक साजिश रची गई थी जिसके तहत देवयानी को फंसाया गया है। खुर्शीद ने कहा कि भारतीय राजनयिक बेकसूर है और अमेरिका की कार्रवाई गैरजरूरी थी।
इससे पहले देवयानी खोब्रागडे के साथ बदसलूकी के बाद भारत के कड़े रुख के बावजूद संसद में सभी दलों के नेताओं अमेरिका को करारा जवाब देने की मांग की। देवयानी के अपमान का मसला बुधवार को संसद में भी गूंजा। बसपा अध्यक्ष मायावती का आरोप है कि चूंकि महिला डिप्लोमैट दलित समुदाय से हैं, इसलिए केंद्र सरकार ने इस मसले पर कार्रवाई करने में देर कर दी। लोकसभा में देवयानी के कपड़े उतारकर जांच किए जाने के मुद्दे पर मुलायम सिंह यादव ने अपना गुस्सा जाहिर किया। मुलायम ने कहा, ‘क्या है अमेरिका? धमाका हुआ वहां, तो थर-थर कांपता है अमेरिका अरब देशों से। नंगा कीजिए उन लोगों को भी।’
राज्यसभा में समाजवादी पार्टी की ओर से रामगोपाल यादव ने भी अमेरिकी रवैये की आलोचना की। ऊपरी सदन में जेडीयू सांसद शिवानंद तिवारी समेत कई नेताओं ने देवयानी के साथ बदसलूकी के मुद्दे पर चिंता जाहिर की। तिवारी ने अमेरिका के मनमाने रवैये की आलोचना की। तिवारी ने मांग की है कि अमेरिका अपने व्यवहार के लिए माफी मांगे। लेफ्ट नेता सीताराम येचुरी ने कहा है कि यह मामला हमारी संप्रभुता पर हमला है। येचुरी ने कहा, ‘अमेरिका को सही मौके पर जवाब देना होगा। अब तक की कार्रवाई पर्याप्त नहीं। अमेरिका को रवैया बदलना होगा। आगे कार्रवाई के लिए देश आपके साथ है।’
देवयानी के यहां काम कर चुकी संगीता रिचर्ड से भारत सरकार की एजेंसियां संपर्क करने की कोशिश कर रही है। मूल रूप से पंजाब की रहने वाली संगीता रिचर्ड का बीते जून से कोई अता-पता नहीं है। हालांकि, खबरों में बताया गया है कि वह अब भी अमेरिका में हो सकती है। अमेरिका ने संगीता को भगोड़ा घोषित कर दिया है। भारतीय एजेंसियां संगीता रिचर्ड के पति और उसके परिवार के अन्य सदस्यों से जानकारी जुटाने में लगी हुई हैं। संगीता के परिवार वालों का कहना है कि वह भारत नहीं लौटी है। भारतीय एजेंसियों को लगता है कि इस मामले में संगीता बहुत अहम कड़ी है और इस समय उसका सामने आना बहुत महत्वपूर्ण हो सकता है।