नोएडा थाना फेस-2 पुलिस द्वारा फर्जी रजिस्ट्री तैयार कर प्रॉपर्टी पर कब्जा करने वाले गिरोह का भंडा फोड़ किया है। पुलिस के अनुसार अभियुक्तों द्वारा पीड़ित के मकान का फ़र्ज़ी मालिक बनाकर मकान की रजिस्ट्री किसी थर्ड पार्टी के के नाम पर करा दी। अभियुक्तों द्वारा जाली दस्तावेज तैयार कर योजनाबद्ध तरीके से फर्जी रजिस्ट्री कराकर दूसरों के प्लॉट/ मकान पर कब्जा किया जाता था। पुलिस ने इस मामले मे 4 अभियुक्तों शिवा , दिनेश, ज्ञानेंद्र और राजवीर को गिरफ़्तार किया है, जिनमे से शिवा उर्फ़ शिबू इस गिरोह का सरगना है।
जेल मे हुई थी अभियुक्तों की मुलाक़ात और बना ली लूट कंपनी
डीसीपी सेंट्रल शक्तिमोहन अवस्थी के अनुसार अभियुक्त शिवा उर्फ शिबू, दिनेश व ज्ञानेन्द्र उर्फ ज्ञानी की मुलाकात एक-दूसरे से गाजियाबाद जेल में अलग-अलग मामलों में सजा काटने के दौरान हुई थी। अभियुक्तों द्वारा जेल से रिहा होने के बाद प्रोपर्टी डीलिंग का काम शुरु किया। दिनेश व ज्ञानेन्द्र उर्फ ज्ञानी ग्राहकों को लाने का कार्य करते थे।
मात्र 22000 रुपये मे बेच दिया 100 गज का मकान
नोएडा सेक्टर-81 में खाली पड़े एक मकान की राजवीर के नाम पर फ़र्ज़ी रजिस्ट्री तैयार कर 100 गज के प्लॉट मे बना मकान मात्र 22000 रुपये मे बेच दिया । यह एक ऐसा गिरोह है जो खाली पड़े प्लॉट व मकानों की रेकी कर फर्जी रजिस्ट्री कराकर प्रॉपर्टी को डिस्प्यूटेड प्रॉपर्टी बना देता था। जिससे पीड़ित व्यक्ति परेशान होकर या तो प्लॉट छोड़ देता था या सस्तें दामों में इन्हीं को अपना प्लॉट मजबूरी में बेच देता था।