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राहुल के गले की हड्डी बना चुरू में दिया बयान

नई दिल्ली। पहले राजस्थान के चुरू मेंभाजपा पर नफरत की राजनीति का आरोप लगाया और अगले ही दिन मध्य प्रदेश के इंदौर की रैली में यूपी के मुजफ्फरनगरदंगों का जिक्र करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ दंगा पीड़ितों के संपर्क में है। अब ये दोनों ही बयान राहुल गांधी के गले की हड्डी बन गए हैं। भाजपा की शिकायत पर चुनाव आयोग (ईसी) ने कांग्रेस उपाध्यक्ष को कारण बताओ नोटिस थमाकर सोमवार तक सफाई मांगी है।

आयोग ने चुरू में 23 अक्टूबर और इंदौर में 24 अक्टूबर को दिए राहुल के भाषण की जांच करने और चुनाव अधिकारियों की रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए नोटिस जारी कर पूछा है कि प्रथम दृष्टया चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के लिए क्यों न उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। राजस्थान और मध्य प्रदेश में नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। नोटिस में कहा गया है कि 4 नवंबर, 2013 को 11 बजकर 30 मिनट तक आप अपनी सफाई रखें। अगर निर्धारित समय तक राहुल सफाई पेश नहीं करते, तो यह माना जाएगा कि उनके पास कहने को कुछ नहीं है। इसके बाद आयोग उचित कार्रवाई करेगा। भाजपा ने शिकायत में मांग की थी कि राहुल के खिलाफ भड़काऊ भाषण और नफरत फैलाकर वोट मांगने के लिए कार्रवाई की जाए। भाजपा ने मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत को ज्ञापन सौंपकर कांग्रेस की मान्यता रद करने की मांग भी की थी।

मध्य प्रदेश की रैली में राहुल ने कहा था कि आइबी के एक अफसर ने उन्हें मुजफ्फरनगर दंगा पीड़ित परिवारों के कुछ युवकों से आइएसआइ के संपर्क करने की जानकारी दी थी। यही नहीं उन्होंने चुनावी फायदे के लिए दंगे भड़काने का ठीकरा भाजपा पर फोड़ते हुए कहा था कि ये जहां जाएंगे ऐसे ही आग लगाएंगे। भाजपा ने राहुल के पूरे बयान को गैरजिम्मेदाराना बताते हुए कार्रवाई की मांग की थी। आयोग ने कोई कार्रवाई करने से पहले राहुल का पक्ष जान लेना ठीक समझा। सूत्रों के मुताबिक इसीलिए राहुल को नोटिस भेजकर चुनाव आयोग ने अपना पक्ष रखने को कहा है।

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