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दिल्‍ली में अभी नहीं होंगे चुनाव, आज से मिशन लोकसभा में जुटेंगे केजरीवाल

नई दिल्‍ली. बस 49 दिन में ही सीएम की कुर्सी से अरविंद केजरीवाल के इस्‍तीफा देने पर ‘आप’ के संस्‍थापक सदस्‍यों में से एक, प्रशांत भूषण ने कहा है कि वह नहीं चाहते थे कि केजरीवाल सरकार गिर जाए। लेकिन, कांग्रेस-भाजपा ने मिल कर ऐसे हालात बना दिए कि केजरीवाल को इस्‍तीफा देना पड़ा। अब अरविंद केजरीवाल लोकसभा चुनाव में प्रचार करने के लिए स्‍वतंत्र हो गए हैं।

क्‍या लोकसभा चुनाव में होगा फायदा?

इसका जवाब असल में तो चुनाव के बाद ही मिलेगा, लेकिन यह तय है कि लोकसभा चुनाव के लिए वोट मांगते वक्‍त केजरीवाल और उनकी पार्टी को बदलाव और साफ-सुथरी सरकार देने के वादे पर प्रतिबद्धता को लेकर जवाब देना होगा। शुक्रवार को बतौर सीएम आखिरी बार जब केजरीवाल अपनपे समर्थकों को संबोधित कर रहे थे, तो उनका उत्‍साह देख कर यह तो लग रहा था कि कोर समर्थकों के बीच अभी भी केजरीवाल का क्रेज बरकरार है, लेकिन राष्‍ट्रीय स्‍तर पर मतदाता उनके प्रति वह समर्थन और भरोसा दिखा पाएंगे, इस बारे में निश्चित रूप से अभी कुछ नहीं कहा जा सकता।

क्‍या लोकसभा में अंबानी बनेंगे चुनावी मुद्दा?
लोकसभा चुनाव के लिए नया नारा (शीला हारीं, अब मोदी की बारी) देकर ‘आप’ ने यह तो साफ कर दिया है कि उसके निशाने पर नरेंद्र मोदी होंगे, लेकिन शुक्रवार को केजरीवाल के भाषण से यह संकेत भी मिला की वह लोकसभा चुनाव में मुकेश अंबानी को भी मुद्दा बनाएंगे। केजरीवाल ने कांग्रेस और भाजपा, दोनों को अंबानी के हाथों की कठपुतली बताया। वह बतौर सीएम गैस कीमत विवाद को लेकर अंबानी के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करा चुके हैं।
शुक्रवार को केजरीवाल ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, ‘मुकेश अंबानी ने एक बार कहा था कि कांग्रेस उनकी दुकान है और वह वहां से कुछ भी खरीद सकते हैं। दस साल से वही यूपीए की सरकार को चला रहे हैं। मोदी के पीछे भी मुकेश अंबानी का हाथ है। मोदी हेलिकॉप्‍टर में घूमते हैं। बड़ी-बड़ी रैलियों के लिए उनके पास पैसे कहां से आते हैं? जब हमने इस बात पर मुकेश अंबानी पर अंगुली उठाई तो कांग्रेस और भाजपा ने हाथ मिला लिए।’

दिल्‍ली का क्‍या होगा?

Arvind Kejriwal, a social activist and anti-corruption campaigner, gestures as he speaks during an interview with Reuters in Ghaziabadअरविंद केजरीवाल के इस्‍तीफे के बाद दिल्‍ली में राष्‍ट्रपति शासन लग सकता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दिल्‍ली विधानसभा को भंग नहीं किया जाएगा, बल्कि इसकी जगह राष्‍ट्रपति शासन लगाया जा सकता है। इससे पहले इस्‍तीफा देने के बाद केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली विधानसभा को भंग करके तुरंत चुनाव कराए जाएं। सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि गृह मंत्रालय उनके इस आग्रह को ठुकरा देगा।

दिल्‍ली बीजेपी की 11 बजे बैठक

दिल्‍ली में राजनीति स्थिति को लेकर दिल्‍ली बीजेपी आज सुबह 11 बजे एक बैठक करेगी। माना जा रहा है कि बीजेपी वर्किंग कमेटी की इस बैठक में सरकार को लेकर कुछ चर्चा कर सकती है।

‘आप’ लोकसभा चुनाव की रणनीति पर करेगी चर्चा

आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी की आज बैठक होगी। इस बैठक में लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। माना जा रहा है कि पार्टी इस बैठक में लोकसभा चुनाव के लिए उम्‍मीदवारों की पहली लिस्‍ट के बारे में चर्चा कर सकती है।

अन्‍ना ने बताया दुर्भाग्‍यपूर्ण

केजरीवाल के इस्‍तीफे को समाज सेवी अन्‍ना हजारे से दुर्भाग्‍यपूर्ण बताया है। अन्‍ना ने रालेगण सिद्धि में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जिस वक्त लोकपाल बिल लाया गया था तब विरोधी पक्षों ने विरोध किया। अब केजरीवाल ने इस्तीफा दे दिया। यह दुर्भाग्य की बात है। ये दोनों मुद्दे, लोकपाल और मोहल्ला सभा बहुत अहम हैं। इनमें सत्ता का विकेंद्रीकरण की बात है, जनतंत्र की बात है। ऐसे महत्वपूर्ण बिल पर जो चर्चा होनी थी, न होने के कारण इस्तीफा दे दिया।

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