दिल्ली हलचल
आम आदमी पार्टी ने रविवार देर रात बागी विधायक विनोद कुमार बिन्नी को निकाल दिया। बिन्नी लगातार पार्टी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे थे। आज बिन्नी ‘आप’ सरकार के विरुद्ध धरने पर बैठ गए हैं।’आप’ विधायक विनोद कुमार बिन्नी पार्टी के लिए मुसीबत बनते जा रहे थे। बिन्नी ने अपील भी की है कि जंतर-मंतर पर अनशन में जनता उनका साथ दे। उन्होंने आरोप लगाया था कि सरकार वादों को भूल गई है।
आम आदमी पार्टी यह जानने में जुटी है कि पार्टी में और कितने ‘बिन्नी’ हैं। कांग्रेस और बीजेपी को बागी तेवर वाले विधायकों की भनक है, लेकिन दोनों ही पार्टियां अपने ऊपर कोई दोष लेने के बजाए ‘आप’ के अपने ही बोझ तले दब जाने के इंतजार में हैं।गौरतलब है कि बिन्नी ने दिल्ली सरकार को 25 जनवरी तक का वक्त दिया था और कहा था कि इस समय सीमा के भीतर सरकार जनता से किए वादे पूरे करे। ऐसा नहीं करने पर वो 27 जनवरी से जंतर मंतर पर बेमियादी अनशन करेंगे।बिन्नी के मुताबिक दिल्ली की जनता से जुड़े मुद्दे को उठाकर उन्होंने मुख्यमंत्री केजरीवाल से जवाब मांगा था। जिसका जवाब उन्हें आज तक नहीं मिला है। लक्ष्मीनगर के विधायक के मुताबिक केजरीवाल जनता से किए चुनावी वादे पूरे करते नहीं दिख रहे। दिल्ली सरकार ने बिजली, पानी, जनलोकपाल, महिला सुरक्षा के लिए कमांडो बनाने और अस्थायी कर्मचारियों को स्थायी करने संबंधी चुनावी वादे पूरे नहीं किए गए हैं। बिन्नी ने इस धरने में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं और आम लोगों से ही शामिल होने की अपील की है। उन्होंने बीजेपी और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से उनके धरने में शामिल न होने की अपील की है।आम आदमी पार्टी में कई विधायक अपने नेताओं से खुश नहीं हैं। काम करने के तरीके, पूरे सिस्टम को धता बताना, बर्ताव, पब्लिक का काम भी न होना, ऐसे मुद्दों को लेकर विधायकों के बीच बेचैनी है। 50 फीसदी सस्ती बिजली और फ्री पानी देने के दो प्रमुख वादे पूरे होने के लिहाज से अभी दूर का मामला हैं। दोनों ही मामलों में इस और अगले महीने बिल आएंगे। विधायकों को इलाकों में लोगों के जवाब देने में परेशानी हो सकती है। सरकार ने दोनों मामलों में फैसले लेने की घोषणा तो की है, लेकिन सही में किसी को फिलहाल फायदा होता नहीं दिख रहा है। इस सबको लेकर कई विधायकों में जो बेचैनी है, वह आने वाले दिनों बिन्नी के तरह के रोष में बदल सकती है।