शनिवार को सायंकाल उड़द के दो साबुत दाने लेकर उनपर थोडा सा दही-सिंदूर डालकर पीपल वृक्ष के नीचे 21 दिन तक नित्य रखे ,ध्यान रहे की वापस आते समय पीछे मुड़कर न देखे |
· जंगली कौवे का नाखून रवि-पुष्य योग में अपने पास रख लेने सेधन कि कमी नहीं रहती
· खच्चर का दांत अपने पास में रखने से धन संपत्ति बढतीहै |
घरमें टूटे -फूटे बर्तन ,टूटी चारपाई आदि नहीं रखे ,,टूटे-फूटे बर्तनों से कलह बढती है जबकि टूटी चारपाई से धनहानि होती है |
· घर-दूकान या फैक्ट्री में जितनी भी घडिया हो उन्हें सदैव चालू रखे ,इससे लक्ष्मी चक्र चलता रहता है ,अर्थात घड़ी का बंद होना अशुभ होताहै ,धनागम नहीं होता |
· नित्य स्वच्छता रखने से भी धनागम होता है ,यदि ब्रह्म मुहूर्त में झाड़ू दी जाए तो लक्ष्मी की विशेषकृपा प्राप्त होती है तथा घर में सुख वृद्धि होती है |
· पूजा स्थान में 11 गोमती चक्र रखकर रोज पूजा और लक्ष्मी मंत्र का जप ,आय और लाभ बढ़ाने में सहायक होता है
· यदि आप व्यवसायी हैं, पुराने उद्योग के चलते नया उद्योग आरम्भ कर रहे हों तो अपने पुराने कारखाने से कोई भी लोहे की वास्तुला कर अपने नए उद्योग स्थल में रख दें। जिस स्थान पर इस को रखेंगे वहां पर स्वस्तिकबनाएं और वहां पर थोड़े से काले उडद रखें उसके ऊपर उस वस्तु कोरख दें। ऐसा करने से नवीन उद्योग भी पुराने उद्योग की तरह सफलता पूर्वक चल पड़ता है।
· यदि आप के कर्मचारी अक्सर छोड़कर जाते हैं तो इसको रोकने केलिये आपको यदि रास्ते में पडी हुए कोई कील मिले, यदि वह दिन शनिवार हो तो अति उत्तम है। इसे भैंस के मूत्र से धो लें। जिस जगह केकर्मचारी ज्यादा छोड़ कर जाते हैं। वहां पर इस कील को गाड़ दें इस के फलस्वरूपकर्मचारी स्थिर हो जायेंगे। इस बात का भी ध्यान रखें कि आपकेकर्मचारी इस प्रकार अपना काम करें कि काम करते समय उनका मुख पूर्व या उत्तर की ओर रहे।
· यदि धन की कमी हो या किसी का धन कहीं अटक गया हो तो शुक्ल पक्ष केगुरूवार से अपने माथे पर केसर एवं चन्दन का तिलक लगानाआरम्भ कर दें। प्रत्येक गुरूवार को रामदरबार के सामने दण्डवत प्रणाम कर मनोकामना करें, कार्य सफल हो जाएगा।
· यदि धन टिकता नहीं है तो प्रत्येक शनिवार को काले कुत्ते को तेल से चुपड़ी रोटी खिलाएं। रोटी खिलाने केपश्चात मनोकामना करें। ऐसा प्रत्येक शनिवार को करने से धन टिकता है।
· आर्थिक कष्टों से निपटने के लिये किसी भी मन्दिर में सिद्ध मूहर्त में केलेके दो पौधे (नर एवं मादा) लगाएं तथा इन्हें नियमित सीचें। जबयह फल देने लग जाए तो समझो आपके आर्थिक कष्ट दूर होने वाले हैं।
· अचानक धन प्राप्ति के लिये पांच गोमती चक्र ले कर लाल वस्त्र में बाँध करअपनी दुकान की चौखट पर बाँध दें। यह कार्य शुक्रवार के दिन शुभ मूहर्त में करें।
· दीपावली की संध्या को अशोक वृक्ष की पूजा करें ओर उस वृक्ष के नीचेदीपक जलाएं। दूज के दिनउसी पूजित वृक्ष की जड़ का एक हिस्सा अपने पास रखें। धनागमन होगा।
· घर में या कार्यालय में 6 मोर पंख रखें इससे आपके घर व कार्यालय पर किसी की नजर नहींलगेगी।
· सूर्यास्त के समय आधा किलो गाय के कच्चे दूध में 9 बूँदें शहद की डाल दें। स्नान करने के पश्चात अपने मकान की छ्त से आरम्भ करमकान के प्रत्येक कमरे व भाग में इस दूध के छीटें लगाएं। ध्यान रहे कि घर का कुछ भीहिस्सा न बचे। अब इस मेंबचे हुए दूध को अपने मुख्यद्वार के सामने धार देते हुए गिरा दें। ऐसा 21 दिन तक लगातार करें। छीटें डालते समय जिस देवीदेवता को आप मानते हों उससेमन ही मन अपने आर्थिक कष्टों से नवृति व प्रमोशन आदि की कामना करते रहें।
· घर या दुकान के दरवाजे पर सफ़ेद सरसों रखने से दुकान की बिक्री बढ़ती है।
· किसी भी शुभ तिथि एवं वार वाले दिन यदि ज्येष्ठ नक्षत्र होतो जामुन की जड़ निकाल कर लायें। इसे आप अपने पास रखें। आपकोराज्य सम्मान मिलेगा।
· यदि आप का धन कहीं फंसा हुआ (रुका हुआ) है तो इसको निकलवाने केलिये रोजाना लाल मिर्च के ग्यारह बीज जलपात्र में डालकरसूर्य को अर्ध्य दें। ॐ सूर्याय नमः कहते हुए अपने रुके धन की प्राप्ति की प्रार्थना करें।
· यदि आप व्यापार के लिये बाहर जा रहे हैं तो एक नीबू ले कर उस परचार लौंग गाड़ दें। तथा ॐ श्री हनुमते नमः का 21 बार जप करके इस नींबू को अपने साथ लेजाएँ, व्यापार में सफलता मिलेगी।
· गेहूं पिसवाते समय उसमें 11 पत्ते तुलसी और थोड़ा सा केसर डाल कर पिसवा लें। इसकोपिसवाने से पूर्व इसमें से एक मुट्ठी मिश्रण को एक रात्रि केलिये किसी मन्दिर में रख दें। उसे अगले दिन वहां से वापस लाकर इस मिश्रण में मिला दें।इसके पश्चात ही सम्पूर्ण मिश्रण को पिसवाएं। ऐसा जब भी आप आटापिसवाने को जाएं उससे एक दिन पूर्व करें। ऐसा करने से घर में बरकत रहेगी।
· कारोबार में उन्नति के लिये एक टोटका यह है, किसी भी शुक्ल पक्ष के शुक्रवार को सवा किलो काले चने भिगो दें। इसे अगले दिन सरसों के तेल मेंबना लें इसके अब तीन हिस्से कर लें। एक हिस्सा शनिवार को ही घोड़े या भैंस को खिला दें, एक हिस्सा किसी कोढी या अंग विहीन भिखारी को दे तथा एक हिस्साअपने सिर से उलटा फेर कर इसे एक मिटटी के बर्तन में रख कर किसी चौराहे पर रख दें ऐसाप्रयोग हर शनिवार को करें।
· एक मिटटी का बना शेर बुधवार को दुर्गा माता के आगे चढाने सेसब कार्य पूर्ण हो जाते हैं।
एक पीपल का पत्ता शनिवार को तोड़ कर घर ले आयें।उसे गंगा जल से अच्छी तरह धो लें। इसको 21 बार गायत्री मंत्र से अभिमंत्रित कर इसे अपने कैश बाक्स में रखें। ऐसा हर शनिवार को करें। नया पत्ता रखनेपर पुराना पत्ता वहां से हटा लें। इस जल में बहा दें या पीपल पर चढ़ा दें।
· बिक्री बढाने के लिये 11 गुरूवार को अपने व्यापार स्थल के मुख्य द्वार पर हल्दी सेस्वस्तिक बना लें। इस पर थोड़ी चने की दाल एवं गुड रखदें। अगले सप्ताह इस सामग्री को वहां से हटा कर किसी मन्दिर में चढ़ा दें।
· अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिये शुक्ल पक्ष केशुक्रवार को हरे हकीक की 54 दानो की एक माला लक्ष्मी जी को चढ़ाएं।
· बेरोजगार रोजगार पाने के लिये प्रत्येक बुधवार को गणेश जी को मूंग केलड्डू चढावे. उस दिन व्रत भी रखें। शीघ्र ही रोजगार प्राप्तहोगा। नौकरी प्राप्ति के लियेएक बारहमुखी रुद्राक्ष को अभिमंत्रित कर गले में धारण करें।
· कर्ज से अधिकतर लोग आजकल परेशान रहते हैं। लोन लेना इस महंगाई केजमाने में सभी वर्ग के लोगों के लिए एक जरूरत बन गया है। आजलोग लोन लेकर अपनी आवश्यकताओं को पूरा कर रहे हैं।
· अधिक से अधिक सुख-सुविधाओं को जुटाने के लिए दूसरों से कर्जा लेते हैं, बैंक से लोन लेते हैं। लोन तो आसानी से मिल जाता है परंतु कई बार इसे चुकानेमें कई परेशानियां से जुझना पड़ता है। इन्हीं परेशानियां से बचने के लिए हमारे धर्मशास्त्रों और ज्योतिष द्वारा कुछ नियम बनाए गए हैं।
· ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल देव को कर्ज का कारक ग्रह माना गया है।कोई भी व्यक्ति कर्ज लेता है तो यह मंगल ग्रह का ही प्रभाव होता है। मंगल को ग्रहों का सेनापति माना गया है। मंगल को क्रूर ग्रह माना जाता है यह अधिकांशस्थितियों में बुरा फल हीदेने वाला है। इसी वजह से शास्त्रों द्वारा मंगल के दिन मंगलवार को कर्ज लेना वर्जित किया गया है।
· मंगलवार को लोन लेने से यह चुका पाना बहुत मुश्किल होता है। ऐसा कहा जाता है किइस दिन कर्ज लेने पर व्यक्तिके बच्चों तक को इस लोन से मुसीबतें उठाना पड़ती हैं। मंगलवार को लोन लेने वाले व्यक्ति पर मंगल की कुदृष्टिरहती है। इसी वजह से ज्योतिष शास्त्र द्वारा मंगलवार के दिन लोन लेना वर्जित किया गयाहै।
· ऋण लेन-देन के विषय में मुहूर्त का विचार करना उपयोगी रहता है।स्वाती, पुनर्वसु, चित्रा, अनुराधा, मृगशिरा, रेवती, विशाखा, पुष्य, धनिष्ठा, शतभिषा और अश्विनी जब चर संज्ञक लग्र- मेष, कर्क, तुला और मकर राशियों के लगन हों। साथ ही लग्न, पंचम, अष्टम स्थान शुभ ग्रहों से युक्त हों तो धन संबंधी हर प्रकार का निवेश करना, बीमा कराना, किसी व्यापारिक अनुबंध में बड़ा निवेश करना ठीक रहता है।
· विशेषकर मंगलवार को ऋण लेने का निषेध किया गया है। इसके अतिरिक्त सूर्य कीसंक्रांति के दिन, वृद्धि योग में, रविवार को हस्त नक्षत्र हो तो कदापि ऋण नहीं लें। इस वर्जितसमय में जो कर्ज लिया जाता है वह वंश परम्परा के लिए होजाता है अर्थात चुकता नहीं है। इसके विपरीत निषिद्ध समय में ऋण चुकाने से ऋणी ऋणभार सेमुक्त हो जाता है। यदि ऋणग्रस्त कुटुम्ब मंगलवार का व्रत करेतो कर्ज से मुक्ति मिलती है। बुधवार के दिन यथासंभव धन का व्यय करने से बचें। इस दिनकेवल धन संग्रह ही करें। बुधवार के दिन किसी भी रूप में धन कीप्राप्ति होना अति शुभ माना गया है।
· पंचक के दिनों में कर्ज चुकाने से जल्द ही कर्ज कम होता है कोई भी किसी भी प्रकार का कर्जा होउसे पंचको में ही उतारे अगर आप ने बाजार से कोई उधारी ली हुई है उसे भी पंचक में दे