लखनऊ,एजेंसी। वाराणसी लोकसभा सीट पर राजनीति और गर्माने वाली है। इस सीट से चुनाव लड़ रहे बीजेपी के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी के करीबी अमित शाह की तरफ से कांग्रेसी कैंडिडेट अजय राय पर जमकर हमला बोला गया। शाह ने लखनऊ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वाराणसी से अजय राय का नाम AK-47 रायफलों के कारोबार से जुड़ा है। कांग्रेसी कैंडिडेट पर शायद पहली बार इतना तीखा हमला बोला गया है। शाह ने कहा कि राजनीतिक शुचिता की बात करने वाली कांग्रेस को क्या वाराणसी से एक भी साफ-सुथरा कैंडिडेट नहीं मिला कि उन्हें अजय राय को मैदान में लाना पड़ा। शाह ने मांग की कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी को इस बारे में अपनी स्थिति साफ करनी चाहिए।
शाह ने कहा कि पूरे देश में बदलाव की लहर है। नरेंद्र मोदी को पीएम बनाने के लिए हर कोई कोशिश कर रहा है। शाह के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी के पास मुद्दों की कमी है इसलिए 10 साल सरकार में रहने के बावजूद अनर्गल आरोपों पर उतारू है। शाह ने कहा कि भ्रष्टाचार, महंगाई, आंतरिक सुरक्षा, महिलाओं की सुरक्षा पर जवाब देने के बजाए कांग्रेस के शीर्ष नेता निजी आरोपों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के हितों की बात करने वाले राहुल बताएं कि यूपीए गठबंधन के 10 साल सरकार में रहने के बावजूद आज तक कुछ क्यों नहीं किया गया। शाह ने आरोप लगाया कि देश को महंगाई की सबसे बड़ी मार कांग्रेस की वजह से झेलनी पड़ी है।
अजय राय की छवि बाहुबली नेता की है। एक न्यूज चैनल पर दिखाई गई रिपोर्ट के मुताबिक, अजय राय पर बिहार के माफिया डॉन और पूर्व सांसद शहाबुद्दीन से AK-47 राइफल खरीदने का आरोप है। चैनल के मुताबिक, 2003 में बिहार के तत्कालीन डीजीपी डीपी ओझा ने इस बारे में 82 पन्नों की एक रिपोर्ट यूपी के होम सेक्रेटरी को भेजी थी। उस वक्त अजय राय वाराणसी के कोलासाला से विधायक थे और पुलिस रिपोर्ट में उनके और शहाबुद्दीन के रिश्तों का जिक्र था। डीजीपी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा था, ‘शहाबुद्दीन का आधुनिक हथियारों के प्रति रुझान बढ़ा है। 1996 में उन्होंने कश्मीर से बहुत सारे AK-47 रायफल खरीदे थे। इसमें से कुछ उन्होंने अपने पास रखे और बाकी अजय राय और रांची के एक अपराधी अनिल शर्मा को दे दिए।’
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