दिल्ली हलचल ,
भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने पार्टी की राष्ट्रीय परिषद के अध्यक्षीय भाषण में ‘आप’ का नाम लिए बिना कहा, भाजपा के अलावा किसी भी अन्य दल को दिया गया वोट, चाहे वह कांग्रेस विरोध की कितनी ही दुहाई दे रहा हो, कांग्रेस के खिलाफ हमसे ज्यादा तीखी भाषा का प्रयोग कर रहा हो, कभी भी कांग्रेस से हाथ मिला सकता है।
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा भाजपा को सांप्रदायिक कहे जाने पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस ही है, जो धार्मिक आधार पर लोगों को बांटने की राजनीति करती है।
राजनाथ ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की नरेंद्र मोदी के बारे में की गई टिप्पणियों को लेकर उन पर हमला बोला। प्रधानमंत्री ने कहा था कि यदि मोदी प्रधानमंत्री बने तो यह विनाशकारी होगा। इस पर राजनाथ ने कहा कि मनमोहन सिंह का कार्यकाल विनाशकारी रहा है, जबकि मोदी के नेतृत्व में गुजरात आदर्श राज्य बना।
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद आज यहां रामलीला मैदान में शुरू हुई राष्ट्रीय परिषद की दो दिवसीय बैठक में राजनाथ ने कहा कि भाजपा और उसके प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस राजनीतिक संघर्ष में अपने को बेहद बौना और कमजोर महसूस कर रही है। उनके विरुद्ध कांग्रेस दुष्प्रचार और कानूनी दांव पेंचों का सहारा ले रही है, लेकिन कानूनी लड़ाई में भी कांग्रेस की पराजय हो रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आज से नहीं कई सालों से, मोदी को वोट बैंक राजनीति के चलते बदनाम करने में लगी हुई है।
राजनाथ ने कहा कि गुजरात में 2002 में जो कुछ हुआ, वह बेहद दु:खद था परंतु कुछ मायनों में इन दंगों को रोकने के लिए तत्कालीन प्रदेश सरकार ने जो प्रयत्न किए, उसकी कोई दूसरी मिसाल नहीं हो सकती। गुजरात सरकार द्वारा दंगा भड़कने के बाद की गई प्रभावी कार्रवाई के बावजूद आज तक कांग्रेस की गोद में खेल रहे संगठनों के द्वारा जिस जिस प्रकार के भी आरोप लगाए गए, उनकी जांच के लिए गुजरात सरकार ने पूरा सहयोग किया .. कई प्रमुख आरोपियों को कड़ी सजाएं भी हुईं
भाजपा अध्यक्ष ने दावा किया, आज युग बदल रहा है, आज कांग्रेस समेत देश के कुछ अवसरवादी दल भाजपा को रोकने के लिए प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से हाथ मिला रहे हैं। स्वाभाविक है कि भारत की राजनीति के केन्द्र में अब भाजपा स्थापित हो चुकी है। अब भारत की राजनीति में कांग्रेस के युग का अंत और भाजपा युग का आरंभ हो चुका है। उन्होंने आगाह किया कि आम आदमी के कष्ट काटने और ध्वस्त हो रही संवैधानिक व्यवस्था को बहाल करने के लिए देश को एक मजबूत सरकार चाहिए परंतु कांग्रेस ऐसा नहीं चाहती, क्योंकि उसे लगता है कि मजबूत सरकार आ गई तो गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ की भांति शायद कांग्रेस के भविष्य पर ही प्रश्नचिहन लग जाएगा।