नई दिल्ली,ब्यूरो धरती का आखिरी बार चक्कर लगाकर मंगलयान अपनी बेहद लंबी और मुश्किल यात्रा पर मंगल ग्रह की तरफ निकल गया है। करीब 300 दिन के अपने सफर के बाद 24 सितंबर 2014 को वो 20 करोड़ किलोमीटर दूर मंगल ग्रह के करीब पहुंचेगा। मंगलयान को मंगल की ओर ढ़केलने के लिए बाकायदा उसके रॉकेट को 25 मिनट तक फायर किया गया। जिसके बाद ये डीप स्पेस में चला गया।
मंगल ग्रह तक अगर ये यान सुरक्षित पहुंच गया तो ये उस रहस्यमय लाल ग्रह पर मीथेन यानि जीवन के संकेत तलाशेगा, ये 6 महीने तक मंगल ग्रह के चक्कर काटेगा। इसरो के 250 वैज्ञानिकों का दल मंगलयान की यात्रा पर नजर रख रहा है।
मंगलयान अगले तीन सौ दिन के दौरान यान को सूर्य की कक्षा में उस जगह ले जाया जाएगा। जहां वह मंगल की कक्षा से मिलती है और फिर इसे मंगल की कक्षा में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। इससे पहले 5 नवंबर को प्रक्षेपण के बाद से यान पृथ्वी की कक्षा में चककर लगा रहा था।