दिल्ली हलचल, ब्यूरो
राजधानी के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत गेस्ट टीचर्स, नियमितीकरण की मांग को लेकर गत चार दिनों से दिल्ली सचिवालय के बाहर धरना पर बैठे हैं। बड़ी संख्या में प्रदर्शन कर रहे टीचर्स ने दस मई 2014 को खत्म होने वाले अपने अनुबंध से पहले उन्हें नियमित किए जाने की मांग रखी है। आॅल गेस्ट टीचर एसोसिएशन की प्रवक्ता रिचा गोस्वामी ने कहा कि बीती रात राजधानी में जमकर बारिश हुई। बारिश में सभी टीचर खूले आसमान के नीचे बैठे रहे। लेकिन आम आदमी के नाम पर वोट लेने वाली सरकार ने बारिश के वक्त भी उनका कोई सुध नहीं लिया।
प्रवक्ता का आरोप है कि चार दिनों से प्रदर्शन कर रहे टीचरों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और शिक्षा मंत्री मनीष सिसौदिया से मिलने का प्रयास किया। लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया जा रहा है। कोई ठोस कार्यवाही न होने के कारण सभी अनुबंधित गेस्ट टीचर्स को मजबूर होकर इतनी बड़ी संख्या में उपस्थित होकर सरकार तक अपनी बात पहुंचाने का निर्णय लिया है। अनुबंधित गेस्ट टीचर्स के साथ लगातार हो रहे उपेक्षित व्यवहार से उनका धैर्य अब जबाब देने लगा है। उन्होंने सीएम से आग्रह की है कि उन से एक बार मिलें और उनकी समस्याओं का समाधान जल्दी से जल्दी करें। नहीं तो सचिवालय के बाहर प्रदर्शन करते रहेंगे।
गेस्ट टीचरों ने जो मांग की है वे इस प्रकार से हैं।
1. गेस्ट टीचर्स का अनुबंध 10 मई 2014 को समाप्त हो जाएगा, जिसके बाद वे बेरोजगार हो जाऐंगे। उनका अनुबंध तब तक जारी रखा जाए, जब तक कि उन्हें नियमित नहीं किया जाता।
2.वर्तमान में गेस्ट टीचर्स जहां कार्यरत हैं, उनको रिक्त पद न मानते हुए उन पदों पर पदोन्नति या स्थानांतरण न किया जाए। क्योंकि पदोन्नति या स्थानांतरण द्वारा नियमित शिक्षक के आने पर अतिथि अध्यापकों को सेवामुक्त कर दिया जाता है।
3. वर्तमान कार्यरत गेस्ट टीचर्स को वेतन प्रतिदिन प्राइमरी 600रुपये, टीजीटी 700 रुपये और पीजीटी 800 रुपये दिया जाता है। अवकाश के दिनों में वेतन नहीं दिया जाता। अतिथि अध्यापकों को एमसीडी के अध्यापकों के अनुरूप 25650 रुपये मासिक आधार पर निश्विचत किया जाए।