प्रदेश आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स का गढ़ बन रहा है। लखनऊ में 100 एकड़ की आईटी सिटी के बाद अमौसी हवाई अड्डे के पास 40 एकड़ जमीन आईटी पार्क के लिए ली जा रही है।
इसी के साथ ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस वे इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग हब बनेगा। ये घोषणाएं मुख्य सचिव आलोक रंजन ने एक कार्यशाला के दौरान की। लखनऊ में आईटी व इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग द्वारा आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए आलोक रंजन ने कहा कि यमुना एक्सपे्रस वे और ग्रेटर नोएडा में एक-एक इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर को मंजूरी मिल गई है।
वहीं ग्रेटर नोएडा में एक और क्लस्टर की बात चल रही है। ताईवान की सबसे बड़ी कम्पनी यूपी में निवेश कर रही है। उन्होंने कहा कि बेहतर शासन के लिए ई-गवर्नेंस जरूरी है। इसलिए हम जनसेवा केन्द्रों को विस्तार देंगे और 90 सुविधाओं को इसमें और जोड़ेंगे। कार्यशाला में फैजाबाद, लखनऊ व बाराबंकी के नए चयनित डिस्ट्रक्टि सर्विस प्रोवाइडर के प्रतिनिधियों व संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों या प्रतिनिधियों के बीच अनुबंध किया गया।
हर गांव व शहर में हर किमी पर होगा जनसेवा केन्द्र
अगले वर्ष तक हर गांव में और शहर में हर किलोमीटर पर एक जनसेवा केन्द्र होगा। यह घोषणा आईटी व इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के प्रमुख सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कार्यशाला के दौरान की। अभी यूपी में 15 हजार जनसेवा केन्द्र हैं। अगले वर्ष तक हर गांव व शहर में हर किमी पर केन्द्र खोले जाने पर यह संख्या बढ़ कर 70 हजार हो जाएगी। अभी यहां से 26 जनसुविधाएं दी जा रही हैं।