नई दिल्ली,हलचल । भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने रविवार को स्पष्ट किया कि अगर केंद्र में राजग सरकार बनती है तो केवल नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री बनेंगे। उन्होंने साफ किया कि ‘किसी भी परिस्थिति में मोदी ही राजग सरकार में प्रधानमंत्री बनेंगे।’ भाजपा नेता का यह बयान उस सवाल के जवाब में आया जिसमें उनसे पूछा गया था कि अगर राजग बहुमत से पीछे रह गई और नये सहयोगियों ने मोदी से इतर दूसरे नेता पर जोर दिया तब पार्टी का क्या रूख होगा।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘ देश केवल कानून के आधार पर ही नहीं बल्कि ऐसे नेता से चलता है जिनका नैतिक बल होता है। केवल वही व्यक्ति जिसे प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार या मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया जाता है, उसके पास ही वह नैतिक बल होता है।’
उन्होंने मोदी के ‘गोल टोपी’ [स्कल कैप] पहनने से इंकार करने से जुड़े विषय को ‘गैर जरूरी विवाद’ बताकर खारिज कर दिया।’ राजनाथ ने कहा, ‘यह गैर जरूरी विषय को राजनीतिक प्रतिद्वन्दि्वयों द्वारा अनावश्यक रूप से तूल देने का प्रयास है । मैं धोती कुर्ता पहनता हूं, मोदी कुर्ता पायजामा पहनते हैं, आप शर्ट पैंट पहनते हैं। क्या यह कोई मुद्दा है? वे प्रतिद्वन्द्वी देश का सांप्रदायिकरण करना चाहते हैं।’
उन्होंने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार द्वारा किसी भी विशेष समुदाय से वोट मांगने की अपील करने से इंकार करने के बयान का समर्थन किया। भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘ किसी भी जाति, धर्म या सम्प्रदाय से किसी विशेष रूप में वोट के लिए अपील नहीं की जानी चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति को अपने मताधिकार का उपयोग करने की स्वतंत्रता है और यह स्वतंत्र रूप से होना चाहिए। हम समाज के सभी वर्ग के लोगों से बिना किसी भेदभाव के अपील करते हैं।’ मुसलमानों की चिंताओं के बारे में एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा, ‘ हम धीरे धीरे आशंकाओं को दूर कर रहे हैं.. बातचीत के जरिये यह भय दूर होगा।’
यह पूछे जाने पर कि क्या मोदी मुस्लिम नेताओे के साथ बातचीत करेंगे, भाजपा अध्यक्ष ने केवल इतना कहा, ‘बातचीत चलती रहती है। मोदी जी भी उनसे बातचीत करते हैं। आपने देखा होगा कि मुसलमान अब मोदी का समर्थन कर रहे हैं।’ उन्होंने दावा किया कि मुस्लिम समुदाय के लोग अब गुजरात में अधिक सुरक्षित महसूस करते हैं और उनकी प्रति व्यक्ति आय देश में अन्य इलाकों से बेहतर हुई है।
राजनाथ ने कहा, ‘धीरे धीरे मुसलमानों तक यह संदेश पहुंच रहा है कि यह कांग्रेस और अन्य तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दलों का सुनियोजित दुष्प्रचार था। वे मोदी और भाजपा के करीब आना जारी रखेंगे और भय की भ्रांति समाप्त होगी।’ यह पूछे जाने पर कि क्या मोदी को साल 2002 के दंगों पर माफी मांगना चाहिए, राजनाथ ने सवाल किया, ‘अधिकांश दंगे कांग्रेस के शासनकाल में हुए। क्या उन्होंने माफी मांगी?
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