दिल्ली हलचल
मोदी ने अपने चिर-परिचित अंदाज में एक बार फिर कांग्रेस और केंद्र सरकार को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि हमेशा चुनाव में ही कांग्रेस को गरीब लोग दिखाई देते हैं। उन्होंने जम्मू कश्मीर में जवानों के सिर काटे जाने की घटना का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जवानों की अवहेलना करती रही है। इसके अलावा उन्होंने इस मौके पर किसानों की समस्या का भी उल्लेख किया।मोदी ने कहा कि लोग रायबरेली को तो याद रखे लेकिन बरेली को भूला दिया। मौका मिला तो स्थानीय स्तर पर संतोष गंगवार ने खूब विकास किया। इसके बाद विकास बंद हो गया। उन्होंने कहा कि बरेली में दम न होता तो फिल्म इंडस्ट्री भी याद न रखती। इस बार बरेली में झुमका नहीं सत्ता गिरने वाली है।बरेली और गुजरात के नाते को आपस में जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि गुजरात में पतंग महोत्सव होता है, जिसमें यहां का ही मांझा प्रयोग में लाया जाता है। तय समय से करीब ढाई घंटे देर अपराह्न एक बजे पहुंचने के लिए उन्होंने कहा दिल्ली एयर पोर्ट से हेलिकाप्टर नहीं उड़ने दिया गया। इस रैली में मेनका गांधी समेत कई बड़े नेता शामिल हैं। रैली मेअध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी और महामंत्री स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद हैं।मोदी ने क्षेत्र के मांझा कारीगरों की बदतर स्थिति के लिए प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया। मोदी ने कहा कि बरेली पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के का नाम विश्व में रोशन करने वाले बरेली के इस उद्योग की अनदेखी की गई। इसके चलते इसस उद्योग से जुड़े कारीगर आज भुखमरी के कगार पर है। प्रदेश सरकार ने इस उद्योग के बेहतरी के लिए खास नहीं किया। लिहाजा दुनियाभर में मशहूर गुजरात के पतंग महोत्सव से अब बरेली दूर होने लगा है।मंगलवार को मोदी मध्य प्रदेश के रीवा में भी रैली को संबोधित करेंगे। इसी दिन उनका मध्य प्रदेश में ही बियोहारी, सतना और जबलपुर में भी रैली का कार्यक्रम है। कैंट विधायक राजेश अग्रवाल के मुताबिक रैली स्थल पर सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। रैली प्रभारी बहुरन लाल मौर्य और बरेली के प्रत्याशी संतोष गंगवार ने बताया कि यह एतिहासिक रैली होगी, जिसमें बड़ी संख्या में लोग नरेंद्र मोदी को सुनने के लिए आएंगे।भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की भारत विजय रैली की सुरक्षा के लिए करीब 500 सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। तीन प्रवेश द्वार से कड़ी जांच के बाद ही सभी को प्रवेश दिया जा रहा है। रैली स्थल से करीब एक किमी की दूरी