नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोइराला ने बताया कि मरने वालों की संख्या बढ़कर दस हजार तक जा सकती है। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि बचाव का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। लेकिन यह नेपाल के लिए मुश्किल की घड़ी है, जो बहुत ही चुनौतीपूर्ण है। नेपाल के गृहमंत्रालय की तरफ से जो ऑकड़े जारी किए गए हैं, उसमें मृतकों की संख्या 4349 बताई गई है। लेकिन यह ऑकड़ा अगर 10000 पर पहुंचता है तो वर्ष 1934 में आए भूकंप के दौरान हुई 8500 मौतों से अधिक हो जाएगा। आपको बता दें, शनिवार को जब भूकंप आया था तो उस समय कोइराला विदेश दौरे पर थे।