नई दिल्ली। अफगानिस्तान के हेरात में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले का मकसद मोदी के शपथग्रहण में खलल डालना था। अफगानिस्तान के राजदूत के मुताबिक ये हमला मोदी के शपथग्रहण में खलल डालने की साजिश थी। आईबीएन7 से खास बातचीत में अफगानिस्तान के राजदूत शाइदा अब्दाली ने बताया कि इस हमले के पीछे लश्कर ए तैयबा की साजिश थी।
अफगानिस्तान के राजदूत शाइदा अब्दाली के मुताबिक आतंकियों की योजना शपथ ग्रहण समारोह से पहले भारत की नई सरकार को बैकफुट पर लाने की थी। अगर आतंकी अपने मंसूबों में कामयाब हो जाते तो नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के लिए 26 मई को शपथग्रहण के हालात तकलीफदेह हो सकते थे। अफगानिस्तान सरकार के मुताबिक ये जानकारी उन्हें वेस्टर्न खुफिया एजेंसी ने दी है।
गौरतलब है कि 23 मई को हेरात में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर चार आतंकवादियों ने हमला किया था। लेकिन आईटीबीपी और अफगान सिक्यॉरिटी के जवानों ने सभी आतंकियों को मार गिराया था।