दोहा : कतर एजेंसी
की राजधानी दोहा में एक तुर्की रेस्तरां में हुए भीषण विस्फोट में मारे गए 11 विदेशियों में 5 भारतीय शामिल हैं। यह विस्फोट दोहा में बृहस्पतिवार को एक मॉल में तुर्की के रेस्तरां में हुआ। मॉल एक पेट्रोल स्टेशन के समीप है। विस्फोट में 11 लोग मारे गए जिनमें 5 भारतीय थे। घटना में 35 लोग घायल भी हुए। कतर सरकार ने विस्फोट की जांच के आदेश दिए हैं।
‘द पेनिनसुला’ की खबर में कहा गया है कि मारे गए भारतीयों की पहचान रियाज किझाकेमानोलिल, अब्दुल सलीम पलांगड़, जकारिया पाडिन्जारे अनाकांडी, वेंकटेश और शेख बाबू के तौर पर हुई है। विस्फोट में चार नेपाली नागरिक और फिलिपीन के दो लोग भी मारे गए। राजदूत संजीव अरोरा ने बताया कि दोहा स्थित भारतीय दूतावास पीड़ितों के परिवारों से संपर्क बनाए हुए है ताकि मृतकों के शव उनके गृह स्थल भेजे जा सकें।
‘गल्फ टाइम्स’ की खबर में कहा गया है कि 10 घायलों का इलाज अब भी चल रहा है। इनमें 8 वयस्क और 2 बच्चे हैं। इन घायलों में तीन नेपाली, तीन पाकिस्तानी, दो फिलिपीनी, एक नागरिक मिस्र का और एक भारतीय शामिल हैं।
कतर के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन नासेर बिन खलीफा अल थानी घटना स्थल पर गए। गृह मंत्रालय ने घटना की जांच के लिए एक विशेष समिति बनाने का ऐलान किया। इसकी रिपोर्ट इस सप्ताह के अंत तक आने की संभावना है।
स्थानीय अरबी भाषी अखबार ”अल शर्क” की आज की खबर में कहा गया है ”जांच तेजी से चल रही है और शुरूआती रिपोर्ट इस सप्ताह के अंत तक जारी करने की उम्मीद है।” अखबार में कहा गया है कि भोजनालयों, खास कर पेट्रोल स्टेशन परिसरों में स्थित ऐसे रेस्तरां में उपयोग किए जाने वाले सिलिंडरों और गैस टंकियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई जा रही है। कतर के अधिकारी देश भर में खानपान केंद्रों में निरीक्षण अभियान चलाने की तैयारी कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वह सुरक्षा मानकों और आवश्यक नियमों का पालन करते हैं।
कतर न्यूज एजेंसी की खबर में कहा गया है कि पूर्व में प्राथमिक जांच में कहा गया कि रेस्तरां की छत पर रखी एक गैस टंकी और आसपास की छतों पर रखे गैस सिलिंडर फट गए थे। इससे पहले मई 2012 में कतर में विल्लागियो माल में आग लगने की घटना में 13 बच्चों सहित 19 लोग मारे गए थे। (एजेंसी)
दोहा एजेंसी कतर की राजधानी दोहा में एक तुर्की रेस्तरां में हुए भीषण विस्फोट में मारे गए 11 विदेशियों में 5 भारतीय शामिल हैं। यह विस्फोट दोहा में बृहस्पतिवार को एक मॉल में तुर्की के रेस्तरां में हुआ। मॉल एक पेट्रोल स्टेशन के समीप है। विस्फोट में 11 लोग मारे गए जिनमें 5 भारतीय थे। घटना में 35 लोग घायल भी हुए। कतर सरकार ने विस्फोट की जांच के आदेश दिए हैं।
‘द पेनिनसुला’ की खबर में कहा गया है कि मारे गए भारतीयों की पहचान रियाज किझाकेमानोलिल, अब्दुल सलीम पलांगड़, जकारिया पाडिन्जारे अनाकांडी, वेंकटेश और शेख बाबू के तौर पर हुई है। विस्फोट में चार नेपाली नागरिक और फिलिपीन के दो लोग भी मारे गए। राजदूत संजीव अरोरा ने बताया कि दोहा स्थित भारतीय दूतावास पीड़ितों के परिवारों से संपर्क बनाए हुए है ताकि मृतकों के शव उनके गृह स्थल भेजे जा सकें।
‘गल्फ टाइम्स’ की खबर में कहा गया है कि 10 घायलों का इलाज अब भी चल रहा है। इनमें 8 वयस्क और 2 बच्चे हैं। इन घायलों में तीन नेपाली, तीन पाकिस्तानी, दो फिलिपीनी, एक नागरिक मिस्र का और एक भारतीय शामिल हैं।
कतर के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन नासेर बिन खलीफा अल थानी घटना स्थल पर गए। गृह मंत्रालय ने घटना की जांच के लिए एक विशेष समिति बनाने का ऐलान किया। इसकी रिपोर्ट इस सप्ताह के अंत तक आने की संभावना है।
स्थानीय अरबी भाषी अखबार ”अल शर्क” की आज की खबर में कहा गया है ”जांच तेजी से चल रही है और शुरूआती रिपोर्ट इस सप्ताह के अंत तक जारी करने की उम्मीद है।” अखबार में कहा गया है कि भोजनालयों, खास कर पेट्रोल स्टेशन परिसरों में स्थित ऐसे रेस्तरां में उपयोग किए जाने वाले सिलिंडरों और गैस टंकियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई जा रही है। कतर के अधिकारी देश भर में खानपान केंद्रों में निरीक्षण अभियान चलाने की तैयारी कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वह सुरक्षा मानकों और आवश्यक नियमों का पालन करते हैं।
कतर न्यूज एजेंसी की खबर में कहा गया है कि पूर्व में प्राथमिक जांच में कहा गया कि रेस्तरां की छत पर रखी एक गैस टंकी और आसपास की छतों पर रखे गैस सिलिंडर फट गए थे। इससे पहले मई 2012 में कतर में विल्लागियो माल में आग लगने की घटना में 13 बच्चों सहित 19 लोग मारे गए थे। (एजेंसी)