नई दिल्ली. कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप के मामले में सोमवार को चुनाव आयोग फैसला सुना सकता है। इससे पहले राहुल गांधी को मुज़फ्फरनगर हिंसा पर दिए बयान को लेकर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का नोटिस जारी किया गया था। चुनाव आयोग ने नोटिस भारतीय जनता पार्टी की शिकायत पर जारी किया था।
बीजेपी ने आरोप लगाया गया था कि राहुल गांधी ने मुजफ्फरनगर में हुई सांप्रदायिक हिंसा के लिए बीजेपी को गलत तरीके से ज़िम्मेदार ठहराया था। राजस्थान में अपनी चुनावी रैलियों में राहुल ने बीजेपी पर नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाया था।
राहुल गांधी ने अपनी चुनावी सभाओं में कहा था, ‘बीजेपी को लगता है कि उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में अगर हिंदू बनाम मुसलमान जैसी स्थिति न हो तो पार्टी चुनाव में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकती है। ये लोग आग लगाते हैं और हम लोग उसे बुझाने का काम करते हैं।’
राहुल गांधी के इस तरह के चुनावी बयान को गंभीरता से लेते हुए बीजेपी ने कहा था कि उनका बयान चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है। बीजेपी ने चुनाव आयोग को जो छह पेज की शिकायत की थी उसमें ये भी कहा था कि इंदौर में एक रैली के दौरान राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि पाकिस्तानी एजेंसियां मुज़फ्फरनगर दंगों में प्रभावित हुए युवा मुसलमानों तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं।