‘आप’ नेता ने पत्रकारों के साथ बातचीत में अपने कंधों पर जनता की बढ़ती उम्मीदों के बोझ को स्वीकार करते हुए कहा, ”जनता की आशाएं इतनी अधिक बढ़ गई हैं कि अब डर लगने लगा है।”
जनता के सामने बीजेपी-कांग्रेस बनाम ‘आप’ की स्थिति पैदा होने की बात स्वीकार करते हुए केजरीवाल ने कहा कि निश्चित रूप से जनता दोनों ही पार्टियों और उनके करप्शन से तंग आ चुकी है। ऐसे में ‘आप’ के प्रति जनता की बढ़ती उम्मीदें अब डर पैदा कर रही हैं।
उन्होंने कहा, हमने यह कभी नहीं कहा कि रातों-रात तस्वीर बदल जाएगी। हमारे पास कोई जादू की छड़ी नहीं है, लेकिन हमारी नीयत साफ है। हम इसी साफ नीयत के साथ काम में जुटेंगे, लेकिन चीजों को दुरुस्त करने में समय लगेगा।
केजरीवाल ने गांधीवादी नेता अन्ना हजारे के नाम का गलत इस्तेमाल किए जाने के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने कहीं भी अन्ना हजारे के नाम का दुरुपयोग नहीं किया। उन्होंने कहा, ”लेकिन यह सचाई है कि रामलीला मैदान में हमने अन्ना जी के साथ आंदोलन किया था। हम उस आंदोलन का हिस्सा थे। हम अपने आप को उससे अलग नहीं कर सकते।”