हम आपको कुछ तस्वीरें दिखाते है,इनको देखकर आप भी कह उठेंगे कि,
नोएडा लाजवाब इसके दसा और दिशा दोनो खराब
तस्वीर नंबर 1
तस्वीर नंबर 2
दूसरी तस्वीर है नोएडा एक्सप्रेस वे कि है जहां निज़ी ऑटो चालक बेहिसाब सवारियों को भरकर ऑटो चलते है।
और तो और कई ऑटो पर तो नंबर प्लेट तक नहीं लगी होती ,इस तरह नियमों को तक पर रखते हुए ये ऑटो चालक अनायास ही हादसों को दावत दे रहे है। नोएडा एक्सप्रेस पर आये दिन हादसे होते रहते है बावज़ूद उसके ये लापरवाही तो भला हादसे क्यों न होंगे बहरहाल इस बाबत यातायात पुलिस को ध्यान देना होगा तभी ये सूरत बदलेगी
तीसरी नंबर 3
photos by: निर्भय कुमार पाण्डेय
तस्वीर देखके हम हॅस हसके लोटपोट हो गए फिर बहुत अफ़सोस हुआ कि नोएडा प्राधिकरण के अफसर अधिकारी सभी कि नज़रों से कैसे चुक हो गयी और ये कैसे सम्भव है कि किसी ने ये त्रुटि देखि नहीं और देखी तो इसमें संशोधन क्यों नहीं किया गया.,ये साईन बोर्ड नोएडा के सेक्टर 44 स्थित बस स्टैंड के पास लगा है. इस बोर्ड में एक भी शब्द शुद्द नहीं है
अगर बहार से कोई पर्यटक हमारे यहाँ आएगा तो क्या सोचेगा कि क्या पुरे प्राधिकरण में किसी भी अधिकारी को हिंदी का सही ज्ञान नहीं है.
तस्वीर नंबर 4
ये तस्वीर नोएडा आगाहपुर स्थित पेट्रोल पम्प के पास कि है। ये साईन बोर्ड दर्शाता है कि सेक्टर 39 थाना बाएं है जबकि थाना दायें स्थित है,यह बोर्ड 6 माह से भी ज्यादा से लगा है। पत्रकार पुलिस या जो लोग जानकार है,उन्हें अगर छोड़ दे तो ज़रूरत के समय आम आदमी को खासी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है वक़्त बे वक़्त आम नागरिकों को भरी समस्या हो सकती है
तस्वीर नंबर 5
पाँचवीं तस्वीर नोएडा के वेल नॉन गोल्फ कोर्स मेट्रो स्टेशन की है,झा पिछले एक वर्ष से भी ज्यादा समय से ये दिशा सूचक लगा हुआ है। जो सरासर गलत है इस बोर्ड में निठारी रोड गलत दिशा में दर्शाया गया है,
हद की बात तो ये कि इस बोर्ड के ठीक सामने जिले का सरकारी गेस्ट हाउस है जिसमे लगभग रोज़ाना वी आई पी,वी वी आई पी नेता मंत्री समेत बड़े बड़े लोगों सरकारी नुमाइंदों का आना जाना लगा रहता है। पर आज तक किसी की नज़र इस पर नहीं गयी आम जगह की छोड़ दे तो इतने विशेष और महत्वपुर्ण स्थान पर भी ऐसी त्रुटि भला कहा तक सही है। लगता है कि नोएडा प्राधिकरण आम के साथ साथ खास सभी को ठेंगा दिखा रहा है
इन तस्वीरों को देखकर आप भला क्या कहेंगे ये छोटी छोटी लगने वाली गलतियाँ बड़ी मुसीबत और शर्मिंदगी का विषय बन सकती है। ये स्तिथि बदलनी चाहिए जब ये सूरतें हाल बदलेगा तो बहार वालों के साथ साथ नोएडा वासी भी भी कहेंगे
वह नोएडा वाह वह नोएडा