काठमांडू के युवाओं का दिल यहां धड़कता था। तभी तो जो बच गए वो यहां आकर प्यार के अपने बनाए निशान को ढूंढते फिर रहे हैं। बुधवार को भी अपने नाम की तलाश करने युवा जोड़ियां यहां उमड़ पड़ीं। जलजले ने प्यार के इजहार के रूप में पहचान बना चुके धरहरा टॉवर को कब्रगाह बना दिया। व्यवसायी संजय थापा समेत कई अन्य लोगों ने कहा कि इसकी 330 सीढ़ियों को एक-एक कर पार करते प्रेमी युगल हसीन सपने बुना करते थे। इसकी हर सीढ़ी किसी न किसी युगल की प्रेम कहानी की गवाह थी। भीमसेन टॉवर के नाम से भी चर्चित धरहरा टॉवर अब इतिहास बन गया है। टॉवर को नेपाल के पहले राजा भीमसेन ने बनवाया था।