दिल्ली हलचल , ब्यूरो ,दिल्ली की नयी नवेली आम आदमी पार्टी की सरकार बनते ही दिल्ली में मीडिया पर पाबन्दी लगा दी गयी है। आज दिल्ली सचिवालय के बहार जन सुचना अधिकारी दिल्ली सरकार कि तरफ से एक नोटिस चस्पा किया गया है, जिसमें साफ -साफ लिखा गया है, कि सचिवालय में आज से सिर्फ (डी आई बी) दिल्ली इनफार्मेशन ब्यूरो और (पी आई बी ) प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो को छोड़कर कोई भी पत्रकार मीडिया कवरेज के लिए प्रवेश नहीं कर सकता। आपको बता दे कि ये दिल्ली के इतिहास में पहली बार हुआ है कि मीडिया पर इस तरह के दिशा निर्देश ज़ारी करने के बहाने प्रतिबन्ध लगाया गया गया है।
इस नोटिस को देखकर मीडिया जगत में खासी नाराज़गी है।डी आई बी के अध्य़क्ष श्री रत्नेश मिश्रा ने दुःख व्यक्त करते हुए कहा है कि इस तरह का नोटिस बेहद दुर्भागयपूर्ण है। जनसत्ता के वरिष्ठ पत्रकार मनोज ने कहा है कि इस मामलें को गंभीरता से लेते हुए जन सुचना विभाग के (पी आर ओ) से जवाब तलब करेंगे
जिस मीडिया ने केजरीवाल को इतना ऊपर उठाया उसी पर पाबन्दी
आज दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार और केजरीवाल को दिल्ली की गद्दी तक पहुचने में मीडिया कि बड़ी भागीदारी है। दिल्ली सचिवालय में इस प्रकार मीडिया कि पाबन्दी से पत्रकारों में खासा रोष है ,और पत्रकार जगत के लोग सवाल उठा रहे है आज दिल्ली में आप कि सरकार है केजरीवाल मुख्यमंत्री है। जब वो अन्ना के साथ आंदोलन में शामिल हुए और अनशन पर बेठे तब उन्होंने क्यों नहीं कहा कि (पी आई बी )और (डी आई बी) को ही उनके आंदोलन अनशन कवर करने कि छूट है ,या आम आदमी पार्टी सिर्फ इन्ही विशेष दर्ज़ा प्राप्त पत्रकारों को इंटरव्यू और बाईट देंगे केजरी बाबू की छींक तक को भी खबर बनाने वाली मीडिया से इस तरह का व्यवहार भला कितन सही। बहरहाल इस मामले में पत्रकार बेहद नाराज़ है और इस फैसले को वापिस लेने की बात कह रहे है