राष्ट्रपति भवन से सरकार बनाने के न्यौते वाली चिट्ठी औपचारिक तौर पर उपराज्यपाल को भेज दी गई. उपराज्यपाल ने केजरीवाल से बात के बाद शपथ ग्रहण समारोह के लिए शनिवार का दिन तय किया है. इस चिट्ठी में यह भी लिखा है कि शपथ लेने के बाद केजरीवाल को 7 दिनों के भीतर बहुमत साबित करना होगा.शपथ ग्रहण समारोह के लिए अन्ना हजारे, संतोष हेगड़े और किरण बेदी को निमंत्रण भेजा जाएगा। हालांकि अन्ना पहले ही अपनी खराब तबीयत का हवाला दे चुके हैं।इससे पहले शपथ ग्रहण समारोह के 26 दिसंबर को होने के कयास लगाए जा रहे थे. हालांकि बुधवार सुबह केजरीवाल ने कहा था कि इसकी संभावना कम है. जब उनसे पूछा गया कि आप 26 को शपथ लेना चाह रहे थे तो केजरीवाल ने कहा, ’26 को हम नहीं आप चाह रहे थे. मीडिया में आया था.’
उधर, दिन भर के घटनाक्रम में आज लक्ष्मीनगर से विधायक विनोद कुमार बिन्नी ने एक बार फिर केजरीवाल से मुलाकात की। उनके साथ कुमार विश्वास और संजय सिंह भी थे। इसके अलावा आज केजरीवाल से जनता दल यू के विधायक शोएब इकबाल ने मुलाकात की और उन्हें समर्थन की बात दोहराई।
केजरीवाल से मुलाकात के बाद शोएब ने कहा कि पहले दिन ही जब नतीजे आए थे हमने तभी समर्थन दिया था। हम चाहते थे कि दिल्ली में गैर कांग्रेस, गैर बीजेपी सरकार बने। दिल्ली की जनता बदलाव चाहती थी और जैसा मत इन्हें मिला है उससे साफ है कि दिल्ली की जनता को बहुत उम्मीद है।
शोएब ने कहा कि हम शिष्टाचार बैठक के लिए आए हैं। सिर्फ बात हुई। सरकार में शामिल होने की बात नहीं है। सिर्फ समर्थन दे रहे हैं और जो लड़ाई वो लड़ रहे हैं वही हम भी लड़ रहे हैं। इस सरकार को लंबे समय तक चलना है। जैसी भाजपा से दूरी है वैसे ही कांग्रेस से भी है। नीतीश जी का शुरू से ही संदेश था कि बीजेपी को रोकना है। ये सिर्फ शिष्टाचार मुलाकात थी