नई दिल्ली। दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के खिलाफ भाजपा ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बिजेंद्र गुप्ता को उतार कर यह साबित कर दिया है कि भाजपा शीला दीक्षित को वॉकओवर का मौका नहीं देना चाहती। इस सीट पर पहली बार चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल के शीला के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरने की घोषणा से मुकाबला त्रिकोणीय होगा।
पार्टी ने चार सीटें अकालियों को देने के साथ ही बुधवार को पार्टी के केवल 58 प्रत्याशियों की ही सूची जारी की है। इनमें 21 मौजूदा भाजपा विधायकों को टिकट दिया गया है। साथ ही भाजपा नेता विजय गोयल को लोकसभा चुनाव के लिए सुरक्षित रखा। मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार डॉक्टर हर्षवर्धन मौजूदा सीट कृष्णानगर से ही चुनाव लड़ेंगे।
बिजेंद्र गुप्ता का नाम आने से पहले नई दिल्ली सीट पर भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी को उतारा जा रहा था, लेकिन लेखी ने मना कर दिया। इसके बाद नुपूर शर्मा को टिकट देने की बात कही जा रही थी। इस नाम पर कई नेताओं में सहमति भी बन गई थी, लेकिन बुधवार को हुई केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में यह कहा गया कि इस सीट पर किसी नए चेहरे को लड़ा कर यह संदेश जा सकता है कि भाजपा मुख्यमंत्री की जीत का रास्ता आसान कर रही है।
बिजेंद्र गुप्ता पूर्व प्रदेश अध्यक्ष होने के साथ-साथ पिछले लोकसभा चुनाव में चांदनी चौक से कपिल सिब्बल के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं और प्रदेश की टीम में प्रथम श्रेणी के नेता माने जाते हैं।
नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बिजेंद्र गुप्ता ने कहा कि यह चुनाव मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का आखिरी चुनाव होगा। जनता की अदालत में मेरे पक्ष में फैसला सुनाएगी, क्योंकि जनता शीला दीक्षित से तंग आ चुकी है। अब नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र पूरे दिल्ली चुनाव की दिशा तय करेगा। मुझे खुशी है कि पार्टी ने मुझ पर विश्वास जताया है।
तीन के कटे टिकट
भाजपा ने एक विधायक का काट दिया तो दो वरिष्ठ विधायकों की बजाय उनके पुत्रों को टिकट दिया है। हरीनगर से हरचरण सिंह बल्ली का टिकट काटा गया है, जबकि विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार मल्होत्रा के पुत्र अजय मल्होत्रा और तिलक नगर से वरिष्ठ विधायक ओ.पी. बब्बर के पुत्र राजीव बब्बर को टिकट दी गई है। पार्टी ने इन तीन सीटों के अलावा सभी विधायकों को टिकट दे दी है।
मल्होत्रा ग्रेटर कैलाश और बब्बर हरीनगर से चुनाव लड़ते हैं। हरीनगर के विधायक हरशरण सिंह बल्ली चार बार से विधायक रहे हैं और भाजपा सरकार में मंत्री भी रहे हैं। भाजपा ने जिन 58 टिकटों की घोषणा की है, उनमें से केवल पांच टिकटें ही महिलाओं को दी गई हैं। भाजपा अपने पहली सूची में केवल एक अल्पसंख्यक मोहम्मद निजामुद्दीन एडवोकेट को टिकट दे पाई है।