भोपाल,। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि धर्मांतरण विरोधी कानून बनने के बाद ही धर्मांतरण की घटनाओं पर रोक लगाई जा सकती है। स्वराज ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण संबंधी सवालों के जवाब में कहा कि केंद्र सरकार इस बारे में कानून बनाने पर गंभीरता से विचार कर रही है।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इस संबंध में सभी दलों में सहमति बनाकर विधेयक को दोनों सदनों में पारित कराने का प्रयास किया जाएगा। असम में उग्रवादी हमले के संबंध में उन्होंने कहा कि इस बारे में केंद्र सरकार सभी आवश्यक कदम उठा रही है। लेकिन इससे जुड़ी किसी भी बात का खुलासा सुरक्षा की दृष्टि से नहीं किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरों के समय विदेश मंत्री की उपस्थिति कथित तौर पर कम दिखाई देने संबंधी सवाल के जवाब में स्वराज ने कहा कि ऐसा कतई नहीं है। जिस अवसर पर विदेशी मंत्री की मौजूदगी की आवश्यकता रहती है, वह निश्चित तौर पर वहां पर मौजूद रहती हैं।