मुंबई एजेंसी। डीआईजी सुनील पारसकर और रेप का आरोप लगानेवाल मॉडल के बीच जो ई-मेल भेजे गए हैं, उसमें मॉडल डीआईजी से उनकी कुछ हरकतों की वजह से खासी नाराज दिख रही है।नवभारत टाइम्स में छपी खबार के अनुसार, पारसकर के खिलाफ आरोप लगानेवाली मॉडल ने एक और मॉडल पूनम पांडे का भी अपने ई-मेल में जिक्र किया है। एनबीटी को मॉडल और पारसकर के बीच हुए ई-मेल की कुछ ट्रांसक्रिप्ट हासिल हुई है।
27 जून, 2014 को भेजे ई -मेल में मॉडल सुनील पारसकर को लिखती है कि – तुमने मेरा मामला इतना बिगाड़ दिया है कि अब तुमसे मिलने में मेरी कोई दिलचस्पी नहीं है। और हां, यदि तुम सही थे, तो फिर डरो मत। मुझे मालूम है कि सचाई एक न एक दिन बाहर आएगी ही और तब मैं अपनी जिंदगी शांति से बिता सकूंगी। तुमने कभी कोई पर्सनल फेवर मेरे लिए नहीं किया। तुम अडिशनल सीपी थे और तुमने जो भी किया, पुलिस वाला होने के नाते किया। मैं सदमे में हूं कि तुम्हारे, मनीषा और अब पूनम (पांडे ) की वजह से मैं कितनी प्रताड़ना से गुजरी। … तुम मेरे मामले में खबर लेना चाहते थे और वह तुमने ली। …अतीत में भी तुम गिड़गिड़ाए थे, अपने बेटे की कसम खाई थी। यह सब तुम्हारे लिए कॉमन है … और अब तुम मेरी मां की कसम खा रहे हो। अपनी गंदगी जुबान से मेरी मां का कभी नाम भी न लेना।… मेरे लिए यही बेहतर है कि मैंने जो निश्चय किया है, मैं उसी दिशा में आगे बढृं। … बस इंतजार करो और देखो। अगर मैंने कुछ गलत किया है, तो मैं उसकी सजा भुगतने के लिए तैयार हूं और अगर तुमने कुछ गलत किया है, तो तुम्हें भी इसके लिए तैयार रहना होगा। मुझे आश्चर्य होता है कि मेरी खुद की शिकायत में मेरे ही फोन रिकॉर्ड चेक किए गए। मेरी और मेरी बहन के रिकॉर्ड चेक किए गए। बाद में इसकी रिपोर्ट तुम्हें सौंपी गई। यह सब किसलिए? इस मामले में एक सीमा थी और तुमने सारी सीमाएं पार कर दीं। कृपया इस मेल का जवाब मत देना। मैं अपनी मीटिंग के समय भी परेशान हो गई थी और यह मेरे चेहरे पर साफ झलक रहा था। गुड बाई।
मॉडल ने पारसकर को 28 जून, 2004 को जो ई -मेल किया, उसमें लिखा – जिस दिन से मैं तुम्हें मिली हूं, तब से मैं सो नहीं सकी हूं। मैं अपने करियर पर भी ध्यान दे नहीं पा रही हूं। मैं भगवान की कसम खा कर कहती हूं कि मैं अब पूरी दुनिया को बता दूंगी कि तुम कितने बड़े ड्रामेबाज हो। रोना, धमकाना, गिड़गिड़ाना, पार्टी करना, विडियो शूट करना, व्हाट्सऐप पर सारी रात ऑनलाइन रहना और फिर अचानक तुम्हारा यह कहना कि तुम्हारी बाइपास सर्जरी होनी है। तुम वाकई बहुत बड़े ऐक्टर हो। …मैं तुम्हें कोई भी एसएमएस नहीं करना चाहती थी, लेकिन जब मुझे पता चला कि तुम मीडिया में जा रहे हो, तब मैं परेशान हो गई। मैं इसलिए भी परेशान हो गई कि तुम वहां भी रोना शुरू कर दोगे और वे लोग तुम्हारी बातों पर विश्वास कर लेंगे कि एक सीनियर पुलिसवाला क्यों रो रहा है। वे तुम्हारी बातों पर ही विश्वास करेंगे, मेरी नहीं।
मॉडल के ई – मेल पर सुनील पारसकर ने भी उसे कुछ ई – मेल किए। 27 जून के ई – मेल में पारसकर ने लिखा – हाई , मैं तुम्हारा अंतिम मेल पढ़कर खुश हुआ , जहां तुमने मुझे दोस्त कहकर संबोधित किया। हां , तुम मेरी दोस्त हो और रहोगी। चाहे , तुम मेरे खिलाफ कुछ भी बोलो , चाहे मेरे खिलाफ नोटिस निकालो , चाहे मेरे खिलाफ मीडिया या कमिश्नर से ऐक्शन लेने की बात कहो। एक और ई – मेल में पारसकर मॉडल को लिखते हैं – मैंने कभी पूनम पांडे नाम की महिला को नहीं देखा है , न ही अपनी पूरी जिंदगी में कभी किसी पुलिस स्टेशन में उससे मिला हूं।